केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि देश 22 लाख कुशल ड्राइवरों की कमी का सामना कर रहा है. उन्होंने गुरुवार को लोकसभा में कहा कि उचित प्रशिक्षण सुविधाओं की कमी के कारण कई दुर्घटनाएं हो रही हैं. प्रश्नकाल के दौरान गडकरी ने कहा कि केंद्र ने ड्राइवरों के लिए प्रशिक्षण संस्थान स्थापित करने के लिए 4,500 करोड़ रुपये की योजना शुरू की है.
’60 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार’
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विश्व बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में 22 लाख ड्राइवरों की कमी है. मंत्री ने कहा कि देश में उचित ड्राइविंग प्रशिक्षण सुविधाओं का भी अभाव है, जिसके कारण कई दुर्घटनाएं और मौतें होती हैं.
नितिन गडकरी ने कहा कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने देश भर में ड्राइविंग प्रशिक्षण संस्थान स्थापित करने के लिए 4,500 करोड़ रुपये की योजना शुरू की है, जिसके तहत चरणबद्ध तरीके से सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 1,600 ऐसे संस्थान स्थापित किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि इससे 60 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से क्लस्टर दृष्टिकोण सहित ड्राइविंग प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (आईडीटीआर), क्षेत्रीय ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्र (आरडीटीसी) और ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्र (डीटीसी) की स्थापना के लिए उपयुक्त प्रस्ताव भेजने का अनुरोध किया गया है. मंत्री ने कहा कि हर साल सड़क दुर्घटनाओं के कारण लगभग 1.8 लाख लोग मरते हैं और उनमें से कई अप्रशिक्षित ड्राइवरों के कारण मरते हैं.